meta name="facebook-domain-verification" content="2u20w3a5eu94ehyno1esmjlvzzz165" /> NBI TIMES

No title

 जहरीली शराब (झिंझर) पीने से 12 मजदूरों की मौत…कैसे बनती थी..


 

 


40 रुपये के 400 एमएल स्प्रीट में 1600 एमएल पानी मिलाकर बना लेते थे 2000 एमएल झिंझर

तीन सदस्यीय एसआईटी की टीम ने शुरू की जांच

गोपाल मंदिर ननि के पुराने भवन का निरीक्षण, खाराकुआं थाने में पूछताछ

उज्जैन। पिछले 48 घंटों में जहरीली शराब पीने से कुल 12 मजदूरों की मौत के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्पेशल इन्वेटीगेशन टीम को उज्जैन भेजा गया। सुबह इस टीम ने पुराना नगर निगम भवन, खाराकुआं थाना पहुंचकर जांच शुरू की। जांच के दौरान टीम के एसईएस राजेश राजौरा ने खाराकुआं टीआई से पूछा कैसे झिंझर बनती है तो उन्होंने बताया कि 40 रुपये में 400 एमएल स्प्रीट की बाटल बाजार में मिलती है जिसमें 1600 एमएल पानी मिलाया जाता है। इस प्रकार कुल 2000 एमएल झिंझर तैयार कर 20 रुपये, 30 रुपये और 50 रुपये की पोटली के नाम से इसका विक्रय किया जाता था।

सबसे पहले पुराना नगर निगम भवन पहुंचे…एसआईटी में शामिल एसईएस डॉ. राजेश राजौरा, एडीजी एस.के. झा, डीआईजी रतलाम रेंज सुशांत सक्सेना सबसे पहले गोपाल मंदिर स्थित नगर निगम पुराने भवन पर पहुंचे। उनके साथ कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी मनोज कुमार सिंह, एएसपी अमरेन्द्र सिंह, एएसपी रूपेश द्विवेदी, सीएसपी डॉ. रजनीश कश्यप के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे। यहां नगर निगम के पुराने भवन की दूसरी मंजिल स्थित कमरे में अधिकारी जांच करने पहुंचे। डॉ. राजौरा ने कलेक्टर से बिल्डिंग के संबंध में जनकारी ली तो पता चला कि इसका विवाद कोर्ट में विचाराधीन है। वाहन स्टेण्ड ठेके पर संचालित होता है। डॉ. राजौरा ने पूछा कि सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं तो कलेक्टर ने इंकार कर दिया तो एडीजी ने एसपी सिंह से मुखातिब होकर कहा कि जो लोग यहां जहरीली शराब बनाते थे उसकी पुष्टि करने में परेशानी आयेगी।



एसआईटी ने पूछे सवाल…

खाराकुआं थाने पर एसआईटी के तीनों सदस्यों के सामने बेंच पर कलेक्टर, एसपी थे। उनके सामने एएसपी रूपेश द्विवेदी, सीएसपी रजनीश कश्यप और एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी एसआईटी के सवालों के जवाब दिए।

पहली सूचना कब और कितनी बजे मिली?

सुबह 10.14 छत्रीचौक में अज्ञात मजदूर की मौत की सूचना मिली। इसके बाद दूसरी बॉडी की सूचना प्राप्त हुई।

कब पता चला कि झिंझर पीने से मौत हुई?

रात 8 बजे तक मरने वाले मजदूरों की संख्या 4 हुई जिनमें से १ के परिजनों से चर्चा हुई और छत्रीचौक सराय के मजदूरों से पूछताछ पर पता चला कि मृतक झिंझर पीने के आदी थे।

शिनाख्त कैसे की व परिजनों ने क्या कहा?

नवागत टीआई भास्कर ने कहा कि खाराकुआं थाना क्षेत्र में कुल 6 मजदूरों की मृत्यु हुई है जिनमें से 4 के शवों की शिनाख्त परिजनों ने की। 3 मजदूर गांवों के और 1 पिंजारवाड़ी क्षेत्र का रहने वाला था। दो मजदूरों के शवों का पीएम कराने के बाद दफन किया गया है।

तीन वर्षों में कितनी शराब पकड़ी?

खाराकुआं पुलिस ने वर्ष 2018 में 3, वर्ष 2019 में 2 और वर्ष 2020 में 1 अवैध शराब का प्रकरण दर्ज किया है। इनमें स्प्रीट से बनी झिंझर पकडऩे का एक भी प्रकरण नहीं है।

कब से चल रहा था कारोबार?

खाराकुआं पुलिस ने जहरीली शराब झिंझर बनाकर बेचने वाले तीन मुख्य आरोपी सिकंदर, युनूस और फारूक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है जिनमें से युनूस गिरफ्तार हो चुका है। उसने पूछताछ में बताया कि 10 दिनों पहले ही झिंझर बेचना शुरू किया था।

चौकीदार ने कहा मैं तो बदली में आता हूं
एसआईटी के सदस्यों ने नगर निगम के पुराने भवन की दूसरी मंजिल का दौरा करने के बाद यहां मौजूद चौकीदार दयाराम से पूछताछ की। दयाराम ने टीम सदस्यों को बताया कि मैं तो बदली में आता हूं, मुख्य चौकीदार अलग हैं। डॉ. राजौरा ने बिल्डिंग में आने व जाने वालों के बारे में पूछा तो चौकीदार ने चुप्पी साध ली। इस पर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि जो देखा हो सही सही बताओ तुम्हें कुछ नहीं होगा, हालांकि चौकीदार कुछ नहीं बोला तो टीम के सदस्य यहां से खाराकुआं थाने के लिये चल दिये।

Post a Comment

Previous Post Next Post