खुद को पत्रकार बताकर अस्पताल प्रबंधक से मांगे 50,000 ,अब हवालात की हवा खा रहे

खुद को पत्रकार बताकर अस्पताल प्रबंधक से मांगे 50,000 ,अब हवालात की हवा खा रहे

नकबजनी के अपराध में  कपड़ा चुका बदमाश अपने  साथी के साथ सांवेर रोड स्थित  पालिया तिराहा पर बना श्री निर्मला हॉस्पिटल पहुंचा!!

दोनों जालसाजो ने खुद को पत्रकार बताया एवं अस्पताल प्रबंधक अशोक पिता हरप्रसाद कुशवाह से बोले तुम्हारे यहां अवैध रूप से सोनोग्राफी की जा रही है एवं अस्पताल का वीडियो बनाने लगे!!
प्रबंधक ने कहा आपको गलतफहमी हुई है, इस पर दोनों ने दबाव बनाते हुए कहा हम पत्रकार हैं ,जब बनाए हुए वीडियो की खबर दिखाई जाएगी तो पता चलेगा गलतफहमी किसे है,किसी तरह जालसाज अस्पताल प्रबंधन पर अपना असर दिखाने में कामयाब हुए एवं 50,000/- में मामले को दबाने को कहा, फरियादी ने हाथों हाथ रकम देने में असमर्थता जताई एवं मौका मिलते ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई!!
बाणगंगा थाना पुलिस ने आरोपी उमेश पिता जितेन्द्र प्रसाद दुबे( 49)निवासी हेमू कालोनी इन्दौर एवं रोहित उर्फ ऋषिराज उर्फ कालू पिता बाबूलाल सुसनेरिया( 28) निवासी शिवकंठ नगर इन्दौर को गिरफ्तार किया है !!

आरोपीगणों से सुंदरम एक्सप्रेस न्युज़ के आईडी कार्ड एवं विडियोग्राफी मे प्रयुक्त मोबाईल फोन जप्त किया ।!
पुलिस ने बताया कि प्रकरण में गिरफ्तार आऱोपी रोहित सुसनेरिया पूर्व नकबजन है जिसे शिवनगर इन्दौर मैं घर में घुसकर मोबाइल चोरी करते हुए मोहल्ले वालों ने रंगे हाथ पकड़ा था !!
वही सुंदरम एक्सप्रेस के प्रबंधन ने पुलिस को बताया कि इस नाम के कोई भी पत्रकार हमारी संस्था से नहीं है!!

गौरतलब है कि यह मामला इंदौर का सामने आया है परंतु वर्तमान में अधिकतर शहरों में खुद को पत्रकार बताकर फर्जी जालसाज लोग ब्लैकमेलिंग कर माल कमाने की टोह में रहते हैं ,शुद्ध पत्रकार संस्था से मिलने वाले पारितोषित से संतुष्ट रहता है, क्योंकि यह पेशा इज्जत - सम्मान का है, लाभ कमाना वास्तविक पत्रकार का उद्देश्य नहीं, उज्जैन शहर की बात की जाए तो इस तरह के वाक्ये से शहर भी अछूता नहीं, समय-समय पर यहां भी फर्जी पत्रकारों के पकड़े जाने के मामले सामने आते रहे है!!

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