श्री गय्यूर खान जैसे फोटोग्राफर बिरले ही होते हैं -सुश्री देशमुख, मेरे हुनर को जो सम्मान जनसम्पर्क विभाग में मिला वह कहीं और नहीं मिलता -श्री खान, 38 साल की सेवा के पश्चात श्री खान जनसम्पर्क से सेवा निवृत्त
उज्जैन 30 जून। मंगलवार को संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय में बतौर फोटो टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ और फोटोग्राफी की दुनिया में ‘उस्ताद’ नाम से मशहूर श्री गय्यूर खान 38 वर्ष की यादगार सेवा अवधि के पश्चात सेवा निवृत्त हुए। इस दौरान कार्यालय प्रमुख और अन्य सभी स्टाफ ने श्री खान को पुष्पगुच्छ और माला भेंटकर भावभीनी विदाई दी।
कार्यालय प्रमुख संयुक्त संचालक सुश्री रश्मि देशमुख ने श्री गय्यूर खान के विदाई समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री खान जैसे फोटोग्राफर बिरले ही होते हैं। श्री गय्यूर खान जनसम्पर्क संचालनालय के सबसे बेहतरीन फोटोग्राफर्स में से एक रहे हैं। सुश्री देशमुख ने कहा कि उनके उज्जैन में उनके कार्यकाल को एक वर्ष पूर्ण हो चुका है। इस दौरान श्री गय्यूर खान को विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान जो भी कार्य सौंपा गया, उनका उन्होंने पूरी तत्परता और ईमानदारी से निर्वहन किया। कई बड़े कार्यक्रमों में जहां एक ही समय पर अलग-अलग स्थानों में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की आवश्यकता पड़ती थी, वहां श्री गय्यूर खान का मैनेजमेंट काबिले तारीफ रहा। श्री गय्यूर खान में जितनी कर्त्तव्यपरायणता और अपने कार्य के प्रति लगन है, वह अन्य कहीं मिलना मुश्किल है। सुश्री देशमुख ने कहा कि शासकीय विभागों में स्थानान्तरण और सेवा निवृत्ति एक अनिवार्य प्रक्रिया है। सुश्री देशमुख ने अपनी ओर से श्री गय्यूर खान को भावी जीवन के लिये शुभकामनाएं दी।
सहायक जनसम्पर्क अधिकारी श्री हरिशंकर शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री गय्यूर खान के साथ काफी लम्बा कार्यकाल बीता है। इन्होंने फोटोग्राफी में अपनी ओर से एक कलात्मक नजरिया भी रखा। श्री गय्यूर खान ने शासकीय कवरेज को भी मात्र औपचारिकता न मानते हुए उसके कलात्मक पहलु से भी सबका परिचय कराया। कार्यकाल के दौरान और विशेषकर सिंहस्थ महापर्व के दौरान श्री गय्यूर खान के फोटोग्राफ्स का बहुत बड़ा कलेक्शन कार्यालय में मौजूद है। श्री खान को जब भी कोई कार्य सौंपा गया, यहां तक कि सेवा निवृत्ति के नजदीक होने पर भी, इन्होंने पूरी ईमानदारी और उत्साह से वह काम किया है। श्री गय्यूर खान ने अपने कार्यकाल के दौरान फोटोग्राफी में गुणवत्ता के साथ कभी समझौता नहीं किया। श्री शर्मा ने श्री गय्यूर खान के भावी जीवन के लिये शुभकामनाएं दी और उन्होंने कहा कि हम श्री खान को उन्हीं के द्वारा दी गई बेहतरीन कार्य प्रणाली और अविस्मरणीय यादों के साथ विदा करते हैं।
प्रचार सहायक ग्रेड-1 श्री संतोष उज्जैनिया ने बेहद कम लेकिन महत्वपूर्ण शब्दों में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कला का निखार ही सभ्यता को चरितार्थ करता है। श्री गय्यूर खान ने फोटोग्राफी में इस वाक्य को चरितार्थ किया है। उनके द्वारा सेवाकाल में फोटोग्राफी में नये आयाम स्थापित किये गये। नवाचार को उन्होंने हमेशा अपनाया। श्री उज्जैनिया ने फोटोग्राफर श्री गय्यूर खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे हर दिल अजीज, सरल, सौम्य, मिलनसार और अपनी फोटोग्राफी की विधा के योद्धा ने जनसम्पर्क विभाग में 38 साल सेवा दी है, जो सराहनीय है। श्री उज्जैनिया ने श्री गय्यूर खान को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम का संचालन सहायक ग्रेड-3 श्री संजय ललित ने किया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में सबसे लम्बा कार्यकाल उनका श्री गय्यूर खान के साथ बीता है। उनका परिचय श्री गय्यूर खान से उनके पिता ने करवाया था। उस समय वे उन्हें गय्यूर अंकल कहकर सम्बोधित करते थे। फिर धीरे-धीरे आपसी वार्तालाप में औपचारिकता का भाव समाप्त होता गया और वे एक-दूसरे को नाम से सम्बोधित करने लगे। श्री ललित ने कहा कि श्री गय्यूर खान के साथ उनके रिश्ते केवल कार्यालयीन ही नहीं बल्कि पारिवारिक भी हैं। उन्हें फोटोग्राफी करने की प्रेरणा भी श्री गय्यूर खान से ही मिली। कुछ समय पहले जब श्री गय्यूर खान का स्थानान्तरण हो गया था, तब उन्होंने ही उज्जैन में संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय में फोटोग्राफी की परम्परा को आगे बढ़ाया। श्री ललित ने कहा कि श्री गय्यूर खान के साथ बिताये हुए बहुत से प्रसंग हैं, जिनके बारे में यदि दो शब्द भी वे कहेंगे तो अगली सुबह तक भी प्रसंग समाप्त नहीं होंगे।
इसके पश्चात श्री गय्यूर खान ने सबका आभार व्यक्त किया और विदाई के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे काम और हुनर को जो सम्मान जनसम्पर्क विभाग में मिला है, वह शायद कहीं और नहीं मिल पाता। श्री गय्यूर खान ने अपने कार्यकाल के दौरान कई अधिकारियों के साथ काम किया। सेवाकाल में कई मौके ऐसे भी आये जो वाकई चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन वह पल भी यादगार बन चुके हैं। श्री गय्यूर खाने ने अपने सेवाकाल में उज्जैन में रहते हुए तीन सिंहस्थ पर्व में फोटोग्राफी की। इस दौरान उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। समय-समय पर उज्जैन में आये अधिकारियों का भरपूर स्नेह और सहयोग उन्हें मिला। श्री गय्यूर खान ने कहा कि वे केवल शासकीय रिकार्ड में ही सेवा निवृत्त हो रहे हैं, आगे भी वे अपनी ओर से संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय के लिये किसी भी तरह के सहयोग और सेवा के लिये तत्पर रहेंगे। श्री खान ने जैसे ही अपना सम्बोधन समाप्त किया पूरे स्टाफ ने तालियां बजाकर अपना हर्ष प्रकट किया और उन्हें भावभीनी विदाई दी।
इस दौरान कार्यालय के श्री मनोहरसिंह सिसौदिया, श्रीमती लता वर्मा, श्री अनिकेत शर्मा, श्री राजेश मण्डलोई, श्री नाथुराम, श्री शोभाराम पटेल, श्री जोशी, श्री पलाश राय, श्री प्रकाश गेहलोत, श्री ओमप्रकाश भारती और श्री शैलेन्द्र मालवीय उपस्थित थे।
उज्जैन 30 जून। मंगलवार को संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय में बतौर फोटो टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ और फोटोग्राफी की दुनिया में ‘उस्ताद’ नाम से मशहूर श्री गय्यूर खान 38 वर्ष की यादगार सेवा अवधि के पश्चात सेवा निवृत्त हुए। इस दौरान कार्यालय प्रमुख और अन्य सभी स्टाफ ने श्री खान को पुष्पगुच्छ और माला भेंटकर भावभीनी विदाई दी।
कार्यालय प्रमुख संयुक्त संचालक सुश्री रश्मि देशमुख ने श्री गय्यूर खान के विदाई समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री खान जैसे फोटोग्राफर बिरले ही होते हैं। श्री गय्यूर खान जनसम्पर्क संचालनालय के सबसे बेहतरीन फोटोग्राफर्स में से एक रहे हैं। सुश्री देशमुख ने कहा कि उनके उज्जैन में उनके कार्यकाल को एक वर्ष पूर्ण हो चुका है। इस दौरान श्री गय्यूर खान को विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान जो भी कार्य सौंपा गया, उनका उन्होंने पूरी तत्परता और ईमानदारी से निर्वहन किया। कई बड़े कार्यक्रमों में जहां एक ही समय पर अलग-अलग स्थानों में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की आवश्यकता पड़ती थी, वहां श्री गय्यूर खान का मैनेजमेंट काबिले तारीफ रहा। श्री गय्यूर खान में जितनी कर्त्तव्यपरायणता और अपने कार्य के प्रति लगन है, वह अन्य कहीं मिलना मुश्किल है। सुश्री देशमुख ने कहा कि शासकीय विभागों में स्थानान्तरण और सेवा निवृत्ति एक अनिवार्य प्रक्रिया है। सुश्री देशमुख ने अपनी ओर से श्री गय्यूर खान को भावी जीवन के लिये शुभकामनाएं दी।
सहायक जनसम्पर्क अधिकारी श्री हरिशंकर शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री गय्यूर खान के साथ काफी लम्बा कार्यकाल बीता है। इन्होंने फोटोग्राफी में अपनी ओर से एक कलात्मक नजरिया भी रखा। श्री गय्यूर खान ने शासकीय कवरेज को भी मात्र औपचारिकता न मानते हुए उसके कलात्मक पहलु से भी सबका परिचय कराया। कार्यकाल के दौरान और विशेषकर सिंहस्थ महापर्व के दौरान श्री गय्यूर खान के फोटोग्राफ्स का बहुत बड़ा कलेक्शन कार्यालय में मौजूद है। श्री खान को जब भी कोई कार्य सौंपा गया, यहां तक कि सेवा निवृत्ति के नजदीक होने पर भी, इन्होंने पूरी ईमानदारी और उत्साह से वह काम किया है। श्री गय्यूर खान ने अपने कार्यकाल के दौरान फोटोग्राफी में गुणवत्ता के साथ कभी समझौता नहीं किया। श्री शर्मा ने श्री गय्यूर खान के भावी जीवन के लिये शुभकामनाएं दी और उन्होंने कहा कि हम श्री खान को उन्हीं के द्वारा दी गई बेहतरीन कार्य प्रणाली और अविस्मरणीय यादों के साथ विदा करते हैं।
प्रचार सहायक ग्रेड-1 श्री संतोष उज्जैनिया ने बेहद कम लेकिन महत्वपूर्ण शब्दों में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कला का निखार ही सभ्यता को चरितार्थ करता है। श्री गय्यूर खान ने फोटोग्राफी में इस वाक्य को चरितार्थ किया है। उनके द्वारा सेवाकाल में फोटोग्राफी में नये आयाम स्थापित किये गये। नवाचार को उन्होंने हमेशा अपनाया। श्री उज्जैनिया ने फोटोग्राफर श्री गय्यूर खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे हर दिल अजीज, सरल, सौम्य, मिलनसार और अपनी फोटोग्राफी की विधा के योद्धा ने जनसम्पर्क विभाग में 38 साल सेवा दी है, जो सराहनीय है। श्री उज्जैनिया ने श्री गय्यूर खान को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम का संचालन सहायक ग्रेड-3 श्री संजय ललित ने किया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में सबसे लम्बा कार्यकाल उनका श्री गय्यूर खान के साथ बीता है। उनका परिचय श्री गय्यूर खान से उनके पिता ने करवाया था। उस समय वे उन्हें गय्यूर अंकल कहकर सम्बोधित करते थे। फिर धीरे-धीरे आपसी वार्तालाप में औपचारिकता का भाव समाप्त होता गया और वे एक-दूसरे को नाम से सम्बोधित करने लगे। श्री ललित ने कहा कि श्री गय्यूर खान के साथ उनके रिश्ते केवल कार्यालयीन ही नहीं बल्कि पारिवारिक भी हैं। उन्हें फोटोग्राफी करने की प्रेरणा भी श्री गय्यूर खान से ही मिली। कुछ समय पहले जब श्री गय्यूर खान का स्थानान्तरण हो गया था, तब उन्होंने ही उज्जैन में संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय में फोटोग्राफी की परम्परा को आगे बढ़ाया। श्री ललित ने कहा कि श्री गय्यूर खान के साथ बिताये हुए बहुत से प्रसंग हैं, जिनके बारे में यदि दो शब्द भी वे कहेंगे तो अगली सुबह तक भी प्रसंग समाप्त नहीं होंगे।
इसके पश्चात श्री गय्यूर खान ने सबका आभार व्यक्त किया और विदाई के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे काम और हुनर को जो सम्मान जनसम्पर्क विभाग में मिला है, वह शायद कहीं और नहीं मिल पाता। श्री गय्यूर खान ने अपने कार्यकाल के दौरान कई अधिकारियों के साथ काम किया। सेवाकाल में कई मौके ऐसे भी आये जो वाकई चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन वह पल भी यादगार बन चुके हैं। श्री गय्यूर खाने ने अपने सेवाकाल में उज्जैन में रहते हुए तीन सिंहस्थ पर्व में फोटोग्राफी की। इस दौरान उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। समय-समय पर उज्जैन में आये अधिकारियों का भरपूर स्नेह और सहयोग उन्हें मिला। श्री गय्यूर खान ने कहा कि वे केवल शासकीय रिकार्ड में ही सेवा निवृत्त हो रहे हैं, आगे भी वे अपनी ओर से संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय के लिये किसी भी तरह के सहयोग और सेवा के लिये तत्पर रहेंगे। श्री खान ने जैसे ही अपना सम्बोधन समाप्त किया पूरे स्टाफ ने तालियां बजाकर अपना हर्ष प्रकट किया और उन्हें भावभीनी विदाई दी।
इस दौरान कार्यालय के श्री मनोहरसिंह सिसौदिया, श्रीमती लता वर्मा, श्री अनिकेत शर्मा, श्री राजेश मण्डलोई, श्री नाथुराम, श्री शोभाराम पटेल, श्री जोशी, श्री पलाश राय, श्री प्रकाश गेहलोत, श्री ओमप्रकाश भारती और श्री शैलेन्द्र मालवीय उपस्थित थे।
Tags
Hindi News