आरआरटी के रिफरेन्स से भर्ती पॉजिटिव मरीजों से पैसे वसूलने की थी तैयारी, CMHO ने लगाई फटकार
अब देवास के अमलतास अस्पताल की शिकायतें शुरू, न बेड नंबर, न ही सुविधा, मरीज हैं अपने हाल पर
उज्जैन -। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए राज्य शासन के निर्देश पर जिले के कोरोना पॉजीटिव को शा. माधवनगर के अलावा अमलतास भेजा जा रहा है। वहां पर उपचार को लेकर मरीजों के बीच से शिकायतों का दौर शुरू हो गया है। यह आरोप भी लग रहे हैं कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद कहा जा रहा है कि जितने दिन भर्ती रहे, उसके रुपए देना होंगे।
शहर का एक युवक कोरोना पॉजीटिव आया। उसका उपचार शा.माधवनगर में चल रहा था। इस दौरान उसके माता-पिता में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। इस पर रैपिड रिस्पांस टीम ने दोनों को अमलतास हॉस्पिटल पहुंचा दिया। वहां करीब आठ दिन तक उपचार चला। इस बीच उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई। युवक के अनुसार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जब माता-पिता ने कहा कि छुट्टी दे दो। उनका बेटा भी ठीक होकर घर पहुंच गया है।
युवक के माता-पिता का कहना है कि उन्हे यह कहा गया कि अभी तक जितना उपचार किया, उसके रुपये देने होंगे। बगैर भुगतान नहीं जाने दिया जाएगा। वृद्धा का आरोप है कि जिस वार्ड में रखा गया है, वहां कोई सुविधाएं नहीं है। बिस्तर पर नंबर भी नहीं डले हैं, जिससे मरीज की पहचान हो सके। एक वार्ड ब्वॉय की लापरवाही के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर का मुंह उनके मुंह पर आ गया और गैस फोर्स के साथ उनकी नाक से होकर सिर में चली गई। इससे जब घबराहट हुई तो उनको ऑक्सीजन लगा दी और कहा कि अभी उपचार चलेगा। हालांकि कुछ घंटों बाद वे सामान्य हो गई। लेकिन अब घर नहीं जाने दिया जा रहा है।
हमने भेजा इलाज के लिए..रुपये क्यों मांगते हो: सीएमएचओ
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल को शिकायत की तो उन्होने अमलतास हॉस्पिटल में फोन लगाया। निर्देश दिए कि जब प्रशासन ने मरीजों को भर्ती करवाया तो उसका शुल्क व्यक्ति क्यों दे? आपके हॉस्पिटल को कोई हक नहीं है कि हमारे द्वारा भेजे गए मरीज से रिपोर्ट निगेटिव आने पर रुपए वसूलो। यदि शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। डॉ.खंडेलवाल ने पीडि़त परिवार से कहा कि आगे से कोई भी समस्या आए तो सीधे अवगत करवाएं। उन्होने निर्देश दिए कि यदि दोनों वृद्ध दंपत्ति ठीक है,तो उन्हे छुट्टी दो। बगैर कारण के रोककर मत रखो।
इधर आरडी गार्डी में एक और मौत
बुधवार-गुरुवार की रात आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में उपचाररत वृद्ध की मौत हो गई। परिजन अजय परमार ने बताया कि उनके वरिष्ठ विजय पिता सिद्धनाथ परमार के निधन की सूचना रात को मिली। वे कोरोना पॉजीटिव थे। इस संबंध में चर्चा करने पर डॉ.सुधाकर वैद्य ने कहा कि विजय को कोरोना पॉजीटिव होने पर भर्ती किया था। मृत्यु पूर्व उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी। हालांकि अंतिम संस्कार में कोरोना पॉजीटिव जैसे ही प्रोटोकाल का पालन करवाया जाएगा।
अब देवास के अमलतास अस्पताल की शिकायतें शुरू, न बेड नंबर, न ही सुविधा, मरीज हैं अपने हाल पर
उज्जैन -। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए राज्य शासन के निर्देश पर जिले के कोरोना पॉजीटिव को शा. माधवनगर के अलावा अमलतास भेजा जा रहा है। वहां पर उपचार को लेकर मरीजों के बीच से शिकायतों का दौर शुरू हो गया है। यह आरोप भी लग रहे हैं कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद कहा जा रहा है कि जितने दिन भर्ती रहे, उसके रुपए देना होंगे।
शहर का एक युवक कोरोना पॉजीटिव आया। उसका उपचार शा.माधवनगर में चल रहा था। इस दौरान उसके माता-पिता में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। इस पर रैपिड रिस्पांस टीम ने दोनों को अमलतास हॉस्पिटल पहुंचा दिया। वहां करीब आठ दिन तक उपचार चला। इस बीच उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई। युवक के अनुसार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जब माता-पिता ने कहा कि छुट्टी दे दो। उनका बेटा भी ठीक होकर घर पहुंच गया है।
युवक के माता-पिता का कहना है कि उन्हे यह कहा गया कि अभी तक जितना उपचार किया, उसके रुपये देने होंगे। बगैर भुगतान नहीं जाने दिया जाएगा। वृद्धा का आरोप है कि जिस वार्ड में रखा गया है, वहां कोई सुविधाएं नहीं है। बिस्तर पर नंबर भी नहीं डले हैं, जिससे मरीज की पहचान हो सके। एक वार्ड ब्वॉय की लापरवाही के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर का मुंह उनके मुंह पर आ गया और गैस फोर्स के साथ उनकी नाक से होकर सिर में चली गई। इससे जब घबराहट हुई तो उनको ऑक्सीजन लगा दी और कहा कि अभी उपचार चलेगा। हालांकि कुछ घंटों बाद वे सामान्य हो गई। लेकिन अब घर नहीं जाने दिया जा रहा है।
हमने भेजा इलाज के लिए..रुपये क्यों मांगते हो: सीएमएचओ
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल को शिकायत की तो उन्होने अमलतास हॉस्पिटल में फोन लगाया। निर्देश दिए कि जब प्रशासन ने मरीजों को भर्ती करवाया तो उसका शुल्क व्यक्ति क्यों दे? आपके हॉस्पिटल को कोई हक नहीं है कि हमारे द्वारा भेजे गए मरीज से रिपोर्ट निगेटिव आने पर रुपए वसूलो। यदि शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। डॉ.खंडेलवाल ने पीडि़त परिवार से कहा कि आगे से कोई भी समस्या आए तो सीधे अवगत करवाएं। उन्होने निर्देश दिए कि यदि दोनों वृद्ध दंपत्ति ठीक है,तो उन्हे छुट्टी दो। बगैर कारण के रोककर मत रखो।
इधर आरडी गार्डी में एक और मौत
बुधवार-गुरुवार की रात आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में उपचाररत वृद्ध की मौत हो गई। परिजन अजय परमार ने बताया कि उनके वरिष्ठ विजय पिता सिद्धनाथ परमार के निधन की सूचना रात को मिली। वे कोरोना पॉजीटिव थे। इस संबंध में चर्चा करने पर डॉ.सुधाकर वैद्य ने कहा कि विजय को कोरोना पॉजीटिव होने पर भर्ती किया था। मृत्यु पूर्व उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी। हालांकि अंतिम संस्कार में कोरोना पॉजीटिव जैसे ही प्रोटोकाल का पालन करवाया जाएगा।
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