आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों और उन्हें रोजगार देने वाले नागरिकों के साथ

आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों और उन्हें रोजगार देने वाले नागरिकों के साथ


आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों और उन्हें रोजगार देने वाले नागरिकों के साथ ,रोजगार_सेतु को लेकर संवाद किया। मेरे श्रमिक बन्धुओं, यह प्रदेश आपका है। हम आपको अकेला नहीं छोड़ेंगे। लॉकडाउन के समय आप सभी की सहायता के लिए हमने हरसंभव प्रयास किये जिसके कारण आप सकुशल घर वापस आ सके। भूखे पेट भजन न होय गोपाला, धर लो अपनी कंठी माला! आपके रोज़गार का इंतज़ाम हमारी सरकार ने किया है। लाखों श्रमिकों को मनरेगा के अंतर्गत काम दिया गया है। कुशल श्रमिकों, जिन्हें काम की ज़रूरत है और जिन्हें श्रमिकों की ज़रूरत है, उनके लिए रोजगार सेतु बनाया। श्रमिक बन्धुओं को जनकल्याणकारी संबल योजना से भी जोड़ा गया है। रोजगार सेतु पोर्टल से 4,807 श्रमिकों को उद्यग और धंधे आदि में प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध हुआ है। अब तक ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 6.90 लाख पंजीकृत प्रवासी श्रमिकों में से 3.35 लाख प्रवासी श्रमिकों का मनरेगा के अंतर्गत जॉब कार्ड बनाया जा चुका है। जनकल्याणकारी संबल योजना में 3. 24 लाख प्रवासी श्रमिकों का तथा भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में 16 हज़ार प्रवासी श्रमिकों का पंजीयन है। रोजगार सेतु पोर्टल पर समस्त प्रवासी श्रमिकों के लिए सकिल मैपिंग का कार्य भी कर लिया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान प्रारम्भ किया है। केंद्र सरकार के गरीब कल्याण रोजगार अभियान में मध्यप्रदेश के 24 ज़िले शामिल किए गए हैं। इस अभियान में मनरेगा में 100 के स्थान पर 125 दिन कार्य उपलब्ध कराने के साथ ही विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त राशि प्रदान की जाएगी। प्रवासी श्रमिक बंधुओं के साथ वापस लौटे 5 से 18 वर्ष के 2.06 लाख बच्चों का चिन्हान्कन किया गया है और 75,385 बच्चों को शालाओं में प्रवेश दिया गया है। शेष बच्चों को स्कूल चलें अभियान में स्कूल शुरू होने पर निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। किसी भी श्रमिक को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, सबकी चिंता हमारी सरकार करेगी

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