मंगलनाथ के दर्शन के लिए शिप्रा का ‘यु-टर्न, भादौ में हुई बारिश के कारण नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है
उज्जैन -शहर में सावन का महीना इस बार लगभग सूखा ही बीता लेकिन भादौ की शुरुआत के 6 दिनों ने ही पूरे शहर को तर कर दिया। सावन के महीने में शहर में 56 मिमी बारिश ही दर्ज की गई। जबकि भादौ के 6 दिनों में ही बारिश का आंकड़ा 99.8 मिमी तक पहुंच गया। इसलिए अब भादौ में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। जून और जुलाई के महीने में इस बार बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में कमजोर एवं हल्के सिस्टम ही बने। जिनका प्रभाव उज्जैन सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश तक नहीं पहुंच पाया। इसके कारण जुलाई में इस साल सबसे कम बारिश हुई। 6 जुलाई से 3 अगस्त तक सावन का महीना रहा। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले 9 वर्षों में किसी भी साल सावन के महीने में 150 मिमी से कम बारिश नहीं हुई थी लेकिन इस साल कमजोर रहे सिस्टम के असर से पूरे सावन की बारिश का आंकड़ा केवल 56 मिमी तक ही सिमट कर रह गया। इधर भादौ की शुरुआत के पहले ही दिन से बारिश ने शहर को भिगोना शुरू कर दिया था। भादौ के शुरुआती 6 दिनों में ही करीब 101.6 मिमी बारिश शहर में हो चुकी है।
भादौ के 6 दिनों में ऐसी रही बारिश
दिन बारिश4 अगस्त 0.2 मिमी5 अगस्त 62.8 मिमी6 अगस्त 20.2 मिमी7 अगस्त 7.8 मिमी8 अगस्त 8.4 मिमी9 अगस्त 0.4 मिमी
तेज हवा के बावजूद गर्मी के साथ ही उमस भी बढ़ी
छह दिनों से बना बारिश का दौर सोमवार को फिर से थम गया। दिन में बादल जरूर छाए रहे लेकिन दोपहर होते-होते तेज धूप निकल आई, इस वजह से दिन गर्मी के साथ उमस बढ़ गई। अगले दो-तीन दिनों में भी केवल हल्की बारिश होने के ही आसार हैं। सोमवार को तापमान 30 डिग्री रहा, जो कि सामान्य आैसत तापमान से एक डिग्री अधिक है। तापमान बढ़ते ही आर्द्रता भी 87 प्रतिशत हो गई, जिसके कारण दोपहर बाद गर्मी आैर उमस का असर बढ़ गया। बीते 24 घंटों के भीतर शहर में बारिश रिकॉर्ड नहीं हुई। रविवार-सोमवार की रात न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.6 डिग्री अधिक है।
उज्जैन -शहर में सावन का महीना इस बार लगभग सूखा ही बीता लेकिन भादौ की शुरुआत के 6 दिनों ने ही पूरे शहर को तर कर दिया। सावन के महीने में शहर में 56 मिमी बारिश ही दर्ज की गई। जबकि भादौ के 6 दिनों में ही बारिश का आंकड़ा 99.8 मिमी तक पहुंच गया। इसलिए अब भादौ में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। जून और जुलाई के महीने में इस बार बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में कमजोर एवं हल्के सिस्टम ही बने। जिनका प्रभाव उज्जैन सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश तक नहीं पहुंच पाया। इसके कारण जुलाई में इस साल सबसे कम बारिश हुई। 6 जुलाई से 3 अगस्त तक सावन का महीना रहा। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले 9 वर्षों में किसी भी साल सावन के महीने में 150 मिमी से कम बारिश नहीं हुई थी लेकिन इस साल कमजोर रहे सिस्टम के असर से पूरे सावन की बारिश का आंकड़ा केवल 56 मिमी तक ही सिमट कर रह गया। इधर भादौ की शुरुआत के पहले ही दिन से बारिश ने शहर को भिगोना शुरू कर दिया था। भादौ के शुरुआती 6 दिनों में ही करीब 101.6 मिमी बारिश शहर में हो चुकी है।
भादौ के 6 दिनों में ऐसी रही बारिश
दिन बारिश4 अगस्त 0.2 मिमी5 अगस्त 62.8 मिमी6 अगस्त 20.2 मिमी7 अगस्त 7.8 मिमी8 अगस्त 8.4 मिमी9 अगस्त 0.4 मिमी
तेज हवा के बावजूद गर्मी के साथ ही उमस भी बढ़ी
छह दिनों से बना बारिश का दौर सोमवार को फिर से थम गया। दिन में बादल जरूर छाए रहे लेकिन दोपहर होते-होते तेज धूप निकल आई, इस वजह से दिन गर्मी के साथ उमस बढ़ गई। अगले दो-तीन दिनों में भी केवल हल्की बारिश होने के ही आसार हैं। सोमवार को तापमान 30 डिग्री रहा, जो कि सामान्य आैसत तापमान से एक डिग्री अधिक है। तापमान बढ़ते ही आर्द्रता भी 87 प्रतिशत हो गई, जिसके कारण दोपहर बाद गर्मी आैर उमस का असर बढ़ गया। बीते 24 घंटों के भीतर शहर में बारिश रिकॉर्ड नहीं हुई। रविवार-सोमवार की रात न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.6 डिग्री अधिक है।
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